
गुलाब जामुन
गुलाब जामुन हमारे उत्तर भारत की प्रसिद्ध मिठाई है। गुलाब जामुन मुझे बहुत पसंद है। वैसे तो गुलाब जामुन दो तरीको से बनाते है। पहला तरीका है, मावा और पनीर मिलाकर और दूसरा तरीका है, मावा और मैदा मिलाकर। तो आईए आज हम मावा और मैदे के गुलाब जामुन बनाएंगे। मावा भी दो प्रकार का होता है, एक सफ़ेद मावा और दूसरा लाल वाला मावा, जिसे हम हरियाली मावा के नाम से जानते है। ये हरियाली मावा विशेष रूप से काले गुलाब जामुन के लिए होता है। तो आज हम हरियाली मावा के गुलाब जामुन बनाएंगे ।
गुलाब जामुन बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
- हरियाली मावा : 500 ग्राम
- सूजी ( semolina ): 1 – 2 चमच्च
- किशमिश : ½ कटोरी
- खाने का सोडा : 1 चुटकी
- मैदा : 150 ग्राम
- शक्कर : 500 – 600 ग्राम
- इलायची पाउडर : ½ चमच्च
- कुछ साबुत इलायची : 2 – 3
- पानी आवश्कतानुसार
- गुलाब जामुन तलने के लिए तेल या घी
गुलाब जामुन बनाने की विधि
सबसे पहले मैदा को छान ले, उसके बाद सूजी को भी छानकर अलग बर्तन में रखें। अब मावा को एक बड़े बर्तन में निकाले । अब मावा को दोनों हाथो से अच्छे से मसले जिससे मावा गुथे हुए आटे की तरह हो जाए। अब उसमे मैदा, सूजी, इलायची पाउडर और एक चुटकी सोडा डालकर अच्छे से मसले। उसमे अब थोड़ा थोड़ा पानी डालकर रोटी के आटे की तरह चिकना आटा गूँथ लीजिये। तैयार मावा को एक सूती कपडे से ढंककर 20 – 30 मिनिट तक लिए सेट होने को रख दे। तब तक हम गुलाब जामुन के लिए चासनी तैयार करेंगे ।
चासनी बनाने की विधि
एक बर्तन में पानी (चासनी में पानी शक्कर का आधा होना चाहिये ) और शक्कर डालकर उबलने को रख दे । जब चासनी में 1 – 2 उबाल आ जाए तब उसमे 2 – 3 इलायची कूटकर डाल दे और अच्छे से उबलने दे। इलायची डालने से चासनी में खुसबू बहुत अच्छी आएगी। जब चासनी 1 – 2 तार की हो जाए तब उसे छान ले। चासनी गुलाब जामुन के लिए सही तरीके से पक गयी है या नहीं इसको आप बीच में भी चेक कर सकते है। जब चासनी पक रही है तभी चमच्च में लेकर उसको ऊँगली और अंगूठे के बीच में रखकर दोनों को चिपका कर देखें की तार बन रही है या नहीं, यदि तार बन रही है तो गुलाब जामुन की चासनी तैयार है। यदि तार नहीं बनी है तो उसे थोड़ी देर और पका ले। अब गैस बंद करके चासनी को ठंडा होने दे। एक कढ़ाई में तेल गरम होने को रख दे। जब तक तेल गरम हो रहा है तब तक तैयार मावा से छोटे छोटे गोले बनाएंगे। छोटी छोटी लोई लेकर दोनों हाथो से अच्छे से मसल कर थोड़ा चपटा करें। अब उसी के बीच में एक किशमिश रखकर लोई का मुँह चारो तरफ से बंद करके नीबू के आकार के गोले बना ले। ध्यान रहे की गोले में कही से भी दरार न हो, यदि दरार रहेगी तो गुलाब जामुन तेल में तलते समय दरार वाली जगह से फट सकते है। इस तरह से सभी गोले में किशमिश भरकर गुलाब जामुन तैयार कर ले। अब मध्यम धीमी आंच में कढ़ाई में धीरे से एक – एक करके 3 – 4 गुलाबगुलाब जामुन डालें। गुलाबजामुन को तलते समय कलछी न चलाये बल्कि हिला हिला कर सेंके और कलछी से गुलाबजामुन के ऊपर तेल डालते जाए। अब एक तरफ से सिक जाने के बाद धीरे से दूसरी तरफ पलटा दे। अब हलके हाथो से कलछी से पलट पलट कर गुलाब जामुन को सुनहरा होने तक तलकर एक पेपर नैप्किन में निकाल ले। इस तरह से आप सभी गुलाब जामुन को तल ले। अब तले हुए गुलाब जामुन को ठंडी चासनी में एक – एक करके डालें ।आप ध्यान दीजियेगा की चासनी और गुलाब जामुन दोनों में से एक ठंडा और एक गरम होना चाहिए। दोनों चीजे गरम होने से गुलाब जामुन के ऊपर की स्किन निकलने लगती है इसलिए चासनी ठंडी रखें। । 2 – 3 घंटे के बाद गुलाब जामुन रस सोखकर फूल जाएंगे और मीठे हो जाएंगे। आप स्वादिस्ट गुलाब जामुन को रबड़ी के साथ या आइसक्रीम के साथ सर्व कर सकते है।
टिप्स :-
आप सभी गुलाब जामुन को तलने के पहले गरम तेल में एक गुलाब जामुन को तलकर देख सकते है यदि गुलाबजामुन बहुत मुलायम होकर बिखर रहे है तो बाकि मावा में और मैदा डालकर अच्छे से गूँथ ले और तल ले और यदि गुलाब जामुन बहुत सख्त बन रहे है तो थोड़ा दूध डालकर फिर से मावा को गूँथ ले।